डैडी विली के लिए मैसूरु ‘प्रार्थना और शांति रैली’

लेखक : उन्मेष गुजराथी

3 Feb, 2023

किक्ड आउट विलियम बनी लूट टू फुट इमेज

उन्मेष गुजराथी
स्प्राउट्स एक्सक्लूसिव

विवादास्पद जालसाज और मैसूरु के पूर्व-बिशप (ex-Bishop of Mysuru), सेक्स माचो के. ए. विलियम (K. A. William) ने वेटिकन (Vatican) से उसके चारों ओर पूछताछ का फंदा कसने के साथ, अपने लूटे गए करोड़ों रुपयों में डुबकी लगाना शुरू कर दिया है. अवैध रूप से अर्जित धन के उसके खजाने को खर्च कर, उसकी कठपुतलियां उसके विरोधियों के हमले से उसके बचाव, उसके रिहैबिलिटेशन और मन की शांति सुनिश्चित करने के लिए ‘प्रार्थना और शांति रैली’ (Prayer and Peace Rally) का आयोजन कर रही हैं. जस्टिस सल्ढाना (Justice Saldhana) के नोटिसों से गर्मी बढ़ती दिख रही है और एसोसिएशन ऑफ कंसर्नड कैथोलिक्स (एओसीसी) (Association of Concerned Catholics ( AOCC ), मुंबई, पुणे, मैसूर, बैंगलोर, बड़ौदा और वसई इकाइयों पर नमक छिड़कने के साथ, ऊटी (Ooty) के ठंडे पहाड़ों में शांति की तलाश के लिए बदमाश मॉन्क (monk) को अब प्रार्थना अंतिम उपाय लगती है.

6 व्यक्तियों द्वारा हस्ताक्षरित ‘मैसूर डायोसीस लेटी वॉयस’ (Mysore Diocese Laity Voice) नाम के एक अपंजीकृत समाचार पत्र के समान हैंडआउट (handout) ने प्रीस्ट्स और आम लोगों से 5 फरवरी को मैसूर में तथाकथित प्रार्थना और शांति रैली के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा होने के लिए अपील की है जिसका गुप्त उद्देश्य ‘डियर डैड विली’ (Dear Dad Willy) का रिहैबिलिटेशन कराना प्रतीत होता है.

स्प्राउट्स की एसआईटी को विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि यह दूसरा प्रयास (exercise) है (विलियम की पत्नी व प्रेमिका सुनीता (Sunitha) के नेतृत्व में अपने प्रिय यजमानुरु (पति) की ओर से प्रशासक के पास प्रतिनिधिमंडल का जाना पहला असफल प्रयास था). यह स्प्राउट्स की पूर्व रिपोर्ट थी जिसने चर्च के उच्च अधिकारियों को यजमानुरु विलियम को डायोसीस (diocese) से ऊटी कॉन्वेंट (Ooty Convent) में निर्वासित करने के लिए मजबूर किया. विलियम कथित तौर पर पूरे कार्यक्रम को प्रायोजित कर रहा है जिसमें साइट पर पेड समर्थकों को इकट्ठा करने के लिए 50 से 60 बसों को हायर करना शामिल है.

स्प्राउट्स की एसआईटी को यह भी पता चला है कि किसी भी कीमत पर डायोसीस में आम जनता में अपनी ताकत और समर्थन दर्शाने और साथ ही वेटिकन (Vatican) और नुन्सियो (Nuncio) पर दबाव डालने व उनको प्रभावित करने के लिए ‘विली रैली’ (Willy Rally) को एक भव्य प्रदर्शन बनाने के लिए प्रत्येक पार्टिसिपेंट को 2000 रुपये का भुगतान किया जा रहा है और भोजन, पेय, यात्रा, निजी और सार्वजनिक परिवहन, होटल में ठहरने, पार्टियां, पेय इत्यादि जैसे सभी मुफ्त उपहार दिए जा रहे हैं. मुख्य आयोजकों को एक लाख रुपये दिए जाने और बैनर, प्रचार सामग्री, मीडिया प्रबंधन जैसे असीमित संसाधनों का वादा करने की सूचना है.

सार्वजनिक रूप से अपहरण, हत्या, लूट और यौन शोषण के एक कठोर अपराधी के रूप में पहचाने जाने वाले विलियम ने स्प्राउट्स को नोटिस जारी करने के लिए अपनी वफादार प्रेमिका का इस्तेमाल किया है. नोटिस जो स्वाभाविक रूप से यह खुलासा नहीं करता है कि कैसे और क्यों यजमानुरु विलियम ने एक नई कार (8 लाख रुपये की मारुति सेलेरियो केए 09 एम 8443 के साथ स्प्राउट्स की एसआईटी के पास इस फ्रीबी ट्रांसफर को साबित करने के लिए आरटीओ (RTO) दस्तावेज हैं) सुनीता को हस्तांतरित की और न ही कार खरीदने के लिए सुनीता द्वारा विलियम को भुगतान की रसीद पेश की. यह बताने में विफल है कि एक अनजान महिला के लिए एक बिशप की इस उदारता और बड़े दिल का कारण क्या है जो दावा करती है कि उसके तलाकशुदा पति से उसके दो बच्चे हैं.

नोटिस में यह भी नहीं बताया गया है कि कैसे एक तलाकशुदा गृहणी बिना किसी नौकरी के डे पॉल इंटरनेशनल रेसिडेंशियल स्कूल (De Paul International Residential School) की 4.5 लाख सालाना फीस भरती है, जहां उसका बेटा यजमानुरु विलियम के माध्यम से पढ़ता है. अब स्प्राउट्स की एसआईटी को पता चला है कि कार्यकर्ता आईटी (IT) और ईडी (ED) अधिकारियों से एक पत्नी के इन बड़े बेहिसाब खर्चों की जांच के लिए याचिका दायर कर रहे हैं, जो स्वीकार करती है कि वह पति के बिना है. कार्यकर्ताओं ने स्प्राउट्स की एसआईटी (Sprouts SIT) को बताया है कि डी पॉल इंटरनेशनल स्कूल से भी सुनीता के बेटे की भारी-भरकम फीस के भुगतान के स्रोत का खुलासा करने के लिए कहा जा रहा है क्योंकि उन्हें संदेह है कि यह बिशप विलियम (Bishop William) के अपराध की आय से हो सकता है.

रैली के 6 संयोजक विलियम के खिलाफ लगाए गए किसी भी आरोप को चुनौती देने में विफल रहे और इस तरह के एक साधारण मुद्दे को समझाने में विफल रहे – कि विलियम पिछले 3 वर्षों से पितृत्व परीक्षण से क्यों कतरा रहा है यदि वह वास्तव में दोषी नहीं था जो तथाकथित अफवाह फैलाने वालों के मुंह बंद कर देगा? हैंडबिल चर्च और भगवान के नाम को ढाल के रूप में प्रेरित करता है कि हर किसी के लिए सरल बात यह है कि वह अपनी निर्दोषता के सबूत को प्रतिद्वंद्वी के मुंह पर दे मारे. संयोजक विलियम (William) और कार्डिनल ग्रेसियस (Cardinal Gracias) के बीच ऑडियो बातचीत को भी आसानी से अनदेखा कर देते हैं जो स्पष्ट रूप से ग्रेसियस को सेंट जॉन्स, बैंगलोर (St. Johns, Bangalore) के डॉक्टर्स और मीडिया को मैनेज करके सुरक्षित ‘पितृत्व परीक्षण के मार्ग की पेशकश का खुलासा करता है.

स्प्राउट्स की एसआईटी ने संयोजकों और सुनीता को विलियम द्वारा हस्तांतरित कार के लिए भुगतान का सबूत पेश करने की चुनौती दी है. सुनीता के आय के स्रोत क्या हैं कि वह सबसे अच्छे स्कूल और कॉलेज में अपने बच्चों की भारी-भरकम फीस वहन कर सके, किसने सुनीता के महलनुमा घर की कीमत चुकाई जिसमें सुनीता रहती है. जस्टिस सल्ढाना ने मकान की कीमत 10 करोड़ रुपए आंकी थी. भले ही सल्धाना के दावे की लागत का 1/10 भी मान लिया जाए, फिर भी सुनीता को यह जवाब देना होगा कि एक बेरोजगार तलाकशुदा के रूप में उसे अपने महल के लिए एक करोड़ कहां से मिला.

स्प्राउट्स और इसकी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम नोटिसों की ऐसी खोखली धमकियों से विचलित नहीं होगी, जिसका असली लेखक और मास्टरमाइंड बदमाश विलियम है और अदालत में सुनीता द्वारा अपनी अवैध बेहिसाब भौतिक और वित्तीय परिसंपत्तियों का हिसाब दिया जाना पसंद करेगी. स्प्राउट्स की एसआईटी रैली पर कड़ी नजर रखने और विली की रैली समाप्त होने के बाद संयोजकों और उसके प्रायोजकों के असली चेहरों को उजागर करने का वादा करती है.

संबंधित लेख व घडामोडी

Government Favoring Adani!

Government Favoring Adani!

...Now Preparing to Give Land of Aksa Village Unmesh Gujarathi Sprouts Exclusive Sprouts Special Investigative Team Reveals Strong Opposition to Adani’s Dharavi Redevelopment Project in Maharashtra. Protests Erupt as Villagers Resist Survey for Dharavi Redevelopment....

GST Evasion Scandal Unearthed in Hiranandani Group Housing Societies

GST Evasion Scandal Unearthed in Hiranandani Group Housing Societies

Sprouts Special Investigation Team, Led by Unmesh Gujarathi, Exposes Tax Fraud Unmesh Gujarathi Sprouts News Exclusive The Sprouts Special Investigation Team (SIT), under the leadership of investigative journalist Unmesh Gujarathi, has unveiled a significant GST...

Will US Consulate Act Against Fake Paper Universities?

Will US Consulate Act Against Fake Paper Universities?

Sprouts SIT's Exclusive Expose on Fake Doctorates Unmesh Gujarathi Sprouts Exclusive Mumbai's most trusted newspaper, Sprouts, through its Sprouts Special Investigation Team, has uncovered a disturbing trend: the rise of fraudulent 'paper universities' in India...

अर्थकारणाला वाहिलेलं ह्या पोर्टलवरून अर्थविश्वातील प्रत्येक क्षणाची घडामोड जाणून घेण्यासाठी

आमची समाजमाध्यमं

Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque

मनी कंट्रोल न्यूज पोर्टल © २०२२. सर्व हक्क आरक्षित.